हर साल खाटू श्यामजीमें फाल्गुन मेला बड़ी धूम धाम से भरता है | यह श्याम बाबाका सबसे बड़ा मेला है जिसमे लाखो भक्त बाबा के दरबार में शीश झुकाने दूर दूर से अपने परिवार और मित्रो के साथ आते है | फाल्गुन मेला अष्टमी से बारस तक 5 दिन के लिए भरता है जो होली के पांच दिन पहले आता है | पुलिस प्रशासन औरखाटू श्याम जी मंदिर कमिटीइस पुरे मेले का ध्यान रखती है | मुख्य मेला 5 दिन का होता है पर भक्तो की भीड़ देखते हुए अब इसे कुछ सालो में 10 दिनों का कर दिया गया है | रिंग्स से खाटू तक श्यामभक्त पद यात्रा करते है और निशान हाथो में लेकर बाबा के जयकारो के साथ 19 किमी की यात्रा करते है |
महत्वपूर्ण बिंदु :-
- DJ पर प्रतिबंध है |
- मेले के दौरान पेट पलायन यात्रा बंद रखी गयी है|
- मंदिर में किसी भी तरह का बेग और सामान ले जाना वर्जित रहेगा |
- रोडवेज बस भी राजस्थान के विभिन्न शहरो से मेले स्पेशल बसे लगवाएगा |
- शराब पूरी तरह निषेद्ध रहेगी तथा मेला क्षेत्र की अधिकृत दुकानें भी बंद रहेंगी |
- रींगस से खाटू मार्ग पर बस व ट्रक आदि भारी वाहनों का आवागमन बंद रहेगा |
फाल्गुन मेले का सबसे मुख्य दिन कौनसा है ?
फाल्गुन महीने का सबसे मुख्य दिन फाल्गुन शुक्ला एकादशी का होता है जब श्याम कुंड से बाबा का शीश निकला था | श्याम बाबा का सबसे बड़ा मुख्य दिन भी ग्यारस को ही बताया गया है |
श्याम भक्त निशान क्यों चढाते है ?
बाबा श्याम ने अपना शीश धर्म के लिए भगवान कृष्ण को दान दिया दिया था | यह इतिहास में एक महान बलिदान था | तब कृष्ण ने उन्हें कलियुग में पूजे जाने का वरदान दिया था | आज जो भी निशान श्याम बाबा को चढाते है वो उसकी बलिदान के लिए है | निशान श्याम बाबा की जीत का है की उन्होंने बलदान दे कर भी सबका दिल जीत लिया | यदि वे बलदान नही करते तो वे कौरवो का साथ देते तब जीत कौरवों की ही होती |
फाल्गुन मेला श्री खाटू श्यामजी के वर्षभर की फोटो गैलरी